🤔रामायण का एक प्रसंग😳
रामायण मे लिखा है कि राजा दशरथ जब लडाई के मैदान मे लडाई कर रहे थे उस वक्त राजा दशरथ के रथ का पहिया धुरे से निकल गया था उस समय दशरथ की पत्नी कैकेई ने अपनी अंगुली डालकर रथ को गिरने से बचाया था तब दशरथ ने उस लडाई मे विजय हासिल की थी बाद मे दशरथ ने पत्नी कैकेई को दो वचन मांगने को कहा तब दशरथ की पत्नी कैकेई ने वो वचन कभी वक्त आने पर मांगूंगी ऐसा कहा था यहीं से असली रामायण की शरुआत होती है आज तक किसी ने इस बात पर तर्क नही किया की आज तक ऐसा कौन सा युद्घ हुआ है?
की लडाई के वक्त कोई राजा अपनी पत्नी को साथ लेकर गया हो और एक बात तर्क करने वाली यह है कि जिस रथ के पहिये को लोहे के राड पर टिकाया जाता है और वो लोहे का राड भी टूट गया था तो वहा एक नारी की अंगुली से वो पहिया कैसे टिक पाया ?
तर्क करोगे तो गुलामी से छुटकारा संभव है आप भी तर्क कीजिये और मूर्खता अंध विश्वास से मुक्त होइए
जय मानवता-जय विज्ञान-जय भारत-जय संविधान🙏